New Step by Step Map For kismat ka upay

पत्नी सुख दुख का साथी होती है और बच्चे प्रेम का प्रतीक माने जाते हैं ऐसे में यदि आप अपनी किस्मत को चमकाने के उपाय कर रहे हैं तो अपनी पत्नी और बच्चों को कभी भी दुख ना दें। परिवार जितना खुशहाल रहेगा आपकी किस्मत इतनी ही अच्छी रहेगी यदि आप अपने बच्चों को दुख देते हैं तो आपके तरक्की के रास्ते भी बाधित होते हैं इसलिए ध्यान रहे कि अपनी किस्मत को चमकाने के लिए सदैव पति पत्नी और बच्चों को खुश रखें।

दसवें भाग में गुरु का होना लाल किताब के अनुसार सबसे खराब माना जाता है। इससे पूर्व जन्मों और पितृदोष का पता चलता है। यदि गुरु दसवें भाव में नीच का हो रहा है, तो शनि का उपाय करना होगा। दसवें भाव के लिए घर से पूजाघर हटा दें और शराब को छुएं भी नहीं। कोई भी काम शुरू करने से पहले अपनी नाक साफ करें। माथे पर केसरिया तिलक लगाते रहेंगे तो भाग्य जाग जाएगा। इसके अलावा यदि आपका घर उत्तर दिशा में है तो गुरु का बल बढ़ेगा।

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आप अगर बुध ग्रह से विशेष कृपा चाहते हैं तो आप हरे रंग की स्याही वाले कलम को अपने पास रखें और पढ़ने लिखने वालों को हरे रंग की स्याही वाले कलम दान जरूर करें। ऐसा करने से आपको अद्भुत फायदा प्राप्त होगा।

किसी दुकान में जाकर किसी भी शुक्रवार को कोई भी एक स्टील का ताला खरीद लीजिए ! लेकिन ताला खरीदते वक्त न तो उस ताले को आप खुद खोलें और न ही दुकानदार को खोलने दें ताले को जांचने के लिए भी न खोलें ! उसी तरह से डिब्बी में बन्द का बन्द ताला दुकान से खरीद लें !

इस राशी के लोग यथासंभव बेल्ट का प्रयोग न करें। अस्पताल में दमे की दवा मुफ्त में दें।

कुंडली में भाग्य- कुंडली में नवम भाग को ज्योतिष में भाग्य और लाल किताब में धर्मी भाव माना जाता है। नवम भाव का स्वामी गुरु होता है जिसे नवमेश या भाग्येश कहते हैं। मतलब यह कि आपकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं है, तो उन पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है या सोए हुए हैं तो आपको जीवनभर संघर्ष ही करते रहना होगा।

दुनिया का कोई भी इंसान जब किसी भी प्रकार की समस्या से गिरा तो निश्चित रूप से उसका कर्म और भाग्य साथ नहीं दे रहा है ऐसे में अपनी किस्मत चमकाने के आसान उपाय करना जरूरी है अपनी किस्मत चमकाने के उपाय के अंतर्गत हजारों उपाय हैं इन में से कोई एक उपाय अगर आप पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ करते हैं तो आपकी किस्मत निश्चित चमक उठेगी इसमें कोई संदेह नहीं है।

मंदिर की सही दिशा ईशान कोण यानि कि उत्तर-पूर्वी दिशा मानी जाती है.

वायव्य दिशा का वास्तु

पीलिया के घरेलु उपाय एवं उपचार

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नौवें भाव के लिए गुरु का उपाय करना होता है। यदि नौवें भाव में पहले से ही गुरु ग्रह हैं तो अति उत्तम लेकिन धर्म विरुद्ध आचरण बर्बादी का कारण बन सकता है। मतलब यह कि मांस-मदिरा से दूर रहेंगे, सत्य बोलेंगे और पिता, दादा, ईश्‍वर और कुल देवता get more info में श्रद्धा रखेंगे तो भाग्य जाग जाएगा। दूसरा यह कि नवम भाव सोया हुआ है तो प्रति गुरुवार के दिन पीला वस्त्र धारण करें, सोना पहनें और केसर का तिलक लगाएं।

धन का रंग बैंगनी: अगर घर में जामुनी रंग हो तो धन आपकी तरफ आता है। इस रंग की पूर्ति के लिए घर में जामुनी रंग के पौधे भी लगाए जा सकते हैं। अगर जामुनी रंग के पौधे तलाशने में दिक्कत हो तो इस रंग के मर्तबान में मनी प्लांट भी लगाया जा सकता है।।

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